
माहुल(आजमगढ़)। शरद पूर्णिमा को लगने वाला माहुल का ऐतिहासिक मेला मंगलवार को शांति और सौहार्द के साथ सकुशल संपन्न हुआ। रंगीन झालरों से जगमग करते मेले का आनंद लेने के साथ ही लोगो ने माहुल में 11 पांडालों में विराजती देवी प्रतिमाओं का दर्शन किया। गाँधी मार्ग पर महिलाओं के लिए अलग से लगाए मेले में महिलाओ ने सौंदर्य प्रसाधनों की जम कर खरीददारी किया। वही दूसरी तरफ चोटाहिया जलेबी भी खूब बिकी। इस दौरान पूरे मेले में पुलिस बल चक्रमण करता रही । वही ड्रोन कैमरे से माहुल मेला की निगरानी की जा रही थी। चार किलोमीटर की परिधि में लगने वाले इस मेले में दिन में एक बजे से लोगो का आना शुरू हुआ।धीरे धीरे शाम चार बजे तक काफी भीड़ हो गई।बच्चे अपने स्वजनों का हाथ थामे चाउमीम, चाट, फुल्की आदि की दुकानों पर इसका लुत्फ उठाते दिखाई दिए। महिलाए सौंदर्य प्रसाधनों की दुकानों पर और पुरुष चोटहिया जलेबी की दुकानों पर उमड़ पड़े। मेले में सचिन मोदनवाल की एक मात्र फास्ट फूड की दुकान लोगो के आकर्षण का केंद्र रही। दुर्गा पूजा समिति के अध्यक्ष सुजीत जायसवाल आंसू माहुल के शिवाजी मेन चौक पर और दिलीप सिंह पवई मोड़ तिराहे पर ध्वनि विस्तारक यंत्रों के माध्यम से लोगो को दिशा निर्देश देते रहे। शाम 5 बजे राम लक्ष्मण सीता जी की झांकी निकली झांकी यहां के धर्मशाले पर लाई गई, जहा लोगो ने उनका दर्शन किया। उसके बाद शाम सात बजे रामलीला मैदान में रावण का पुतला दहन कर दिया गया। दिन में 12बजे से ही प्रशासन ने मेले में वाहन प्रवेश वर्जित कर वाहनों को जगह जगह से डायवर्ट कर दिया था।