
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के मठाधीश वाले बयान को लेकर साधु संत और धर्माचार्य भी आक्रोशित हो गये हैं, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के मठाधीश वाले बयान पर धर्माचार्यों ने नाराजगी व्यक्त किया है, धर्माचार्यो और साधु संतो ने अखिलेश यादव पर मंदिर और मठ की मर्यादा नहीं समझने कि आरोप लगाया और कहा कि ईश्वर अखिलेश यादव को सद्बुद्धि प्रदान करे, धर्माचार्यों ने कहा मुख्तार और अतीक को गोद में बैठाने वाले मठाधीश माफिया का अंतर नहीं समझ सकते वह मठ और मंदिर के मर्यादा कैसे समझ सकते हैं, साधु संतों ने कहा मठाधीश को माफिया से जोड़ना निकृष्टता का सूचक है, हनुमानगढ़ी के वरुण दास जी महाराज का कहना था अखिलेश यादव को लुटेरों और सज्जनों में अंतर मालूम नहीं है उनका इस तरह से मठाधीश और माफिया की तुलना करना उचित नहीं है, वरुण दास जी का कहना था माफिया विध्वंसक और असामाजिक व्यक्ति होता है जबकि मठाधीश संस्कृति को बचाने वाले और जनकल्याणकारी होते हैं मठाधीश और माफिया की तुलना करना कहीं से उचित नहीं है।