
उत्तर प्रदेश संभल में मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा के बाद अब वहां पर शांतिपूर्ण स्थिति है, बाहरी लोगों के पहुंचने से वहां माहौल खराब होने की आशंका से प्रशासन द्वारा बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर 10 दिसंबर तक रोक लगायी गयी है, इसके पूर्व समाजवादी पार्टी के प्रतिनिधिमंडल को भी प्रशासन ने संभल जाने से रोक दिया था, कांग्रेस ने भी 2 दिसम्बर को संभल हिंसा का जायजा लेने के लिये प्रतिनिधिमंडल भेजने की घोषणा की थी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय को पुलिस ने नोटिस भेज कर संभल जाने का कार्यक्रम स्थगित करने के लिए कहा है, नोटिस में संभल में धारा 163 के तहत निषेधाज्ञा जारी होने का जिक्र है, अजय राय ने कहा पुलिस का कहना है मेरे जाने से अराजकता फैल सकती है लेकिन हम वहाँ अराजकता नहीं शांति चाहते हैं, अजय राय ने आरोप लगाया पुलिस सरकार के दबाव में काम कर रही है, सरकार संभल की सच्चाई को छुपाना चाहती है, हम इसे लेकर सड़कों पर संघर्ष करेंगे, वहीं विधायक आराधना मिश्रा मोना ने दावा किया है कि उनके आवास के बाहर रात से ही पुलिस तैनात की गई है, कांग्रेस प्रतिधाधिमंडल को संभल जाने से रोकने के लिए पीएसी और लोकल पुलिस फोर्स लगा दी गई है, कांग्रेस दफ्तर के आसपास बैरिकेडिंग की जा रही है, कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल संभल जाने के लिए अड़ा हुआ है, जिसे लेकर कांग्रेस नेताओं के घर के बाहर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है,