
अतरौलिया आजमगढ़ अतरौलिया स्थित ब्लू बेस पब्लिक स्कूल द्वारा सेकंड जूनियर सुपर स्पीड खो खो नेशनल चैंपियनशिप का आयोजन किया गया जो 18 अप्रैल से 20 अप्रैल तक विद्यालय परिसर में आयोजित किया गया, जिसमें राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, बिहार ,झारखंड, ब्लू बेल्स पब्लिक स्कूल अतरौलिया, सनबीम आजमगढ़ ,पटेल मेमोरियल इंटर कॉलेज अतरौलिया समेत 8 टीमों ने प्रतिभाग किया। सुपर स्पीड खो खो नेशनल चैंपियनशिप का सेमी फाइनल व फाइनल मुकाबला बड़ा ही दिलचस्प रहा।प्रतियोगिता का सेमीफाइनल मैच बालिका वर्ग झारखंड व राजस्थान के बीच खेला गया जिसमें राजस्थान की टीम विजई रही, वही दूसरा मुकाबला हरियाणा व ब्लू बेल्स ए के बीच खेला गया जिसमें हरियाणा की टीम विजई रही । फाइनल बालिका वर्ग में राजस्थान व हरियाणा के बीच मैच खेला गया जिसमें हरियाणा विजई रही, वही राजस्थान दूसरे स्थान पर तथा झारखंड तीसरे स्थान पर रही। प्रतियोगिता का बालक वर्ग सेमी फाइनल दिल्ली व झारखंड के बीच खेला गया जिसमें दिल्ली विजई रही, दूसरा मुकाबला ब्लू बेल्स ए व दिल्ली एनसीआर के बीच हुआ जिसमें ब्लू बेल्स ए विजई रही। फाइनल बालक वर्ग मुकाबला ब्लू बेल्स पटेल स्कूल ए व दिल्ली के बीच खेला गया जिसमें दिल्ली की टीम विजेता रही। ब्लू बेल्स स्कूल की टीम दूसरे स्थान पर तथा दिल्ली एनसीआर की टीम तीसरे स्थान पर रही । इस मैच के बेस्ट प्लेयर दिल्ली के अमन व हरियाणा के कोमल जादू रहे। मुख्य अतिथि रोशन कुमार ने बताया कि पहले दिन से तीसरे दिन तक सभी मुकाबले बहुत ही अच्छे रहे। बच्चों ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया यहां आई हुई सभी टीमो ने काफी अच्छा प्रदर्शन किया। जैसा लोगों का प्रदर्शन रहा उसी हिसाब से लोगों को गोल्ड सिल्वर व रजत पदक मिला। बच्चे पहले ग्रामीण स्तर पर अपने खेल प्रतिभा को शुरू करते हैं उसके बाद वह नेशनल इंटरनेशनल स्तर तक पहुंच कर नाम रोशन करते हैं ।डायरेक्टर हर्षित सिंह ने कहा कि जो भी चैंपियन रहे हैं वह कही न कही ग्रामीण अंचल से ही निकल कर आए हैं। हमारा पूरा प्रयास है कि इस तरह के आयोजन कर लोगों को एक प्लेटफार्म तैयार किया जाए। पहली बार जनपद में किसी नेशनल स्तर के आयोजन इस स्कूल पर हुआ है यह बहुत ही गर्व की बात है। प्रिंसिपल बलवंत सिंह ने कहा कि यह बहुत ही सराहनीय अनुभव है। कई स्टेट की टीमों ने यहां हिस्सा लिया जिसमे हरियाणा की बालिका वर्ग की टीम गोल्ड मेडलिस्ट रही है तो वहीं दिल्ली की बालक टीम ने गोल्ड मेडल जीता है। इस विद्यालय के बच्चों ने सिल्वर मेडल जीता है निश्चित ही अगली बार इस मेडल का कलर पीला ही होगा।