आजमगढ़ । श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर पूरे क्षेत्र में धूम मची हुई थी। क्षेत्र के प्रमुख मंदिरों में भक्तों का तांता लगा हुआ था। मंदिरों में जन्माष्टमी बड़े ही धूमधाम से मनाई गयी। मध्यरात्रि के साथ ही भगवान श्री कृष्णा का जन्म हुआ और मंदिरों में आरती की गई तथा भगवान को 56 भोग लगाए गए। अतरौलिया थाने में जन्माष्टमी के अवसर पर भव्य और भक्तिमय संगीत का आयोजन किया गया। श्रद्धालुओं को भगवान श्रीकृष्ण की भक्ति में डुबकी लगाने का मौका दिया। इस अवसर पर सुमधुर भजन और भक्ति संगीत ने श्रोतागण को भक्ति रस में लिप्त कर दिया। थानाध्यक्ष वीरेंद्र कुमार सिंह के नेतृत्व में पूरे थाने में भक्ति का अद्भुत माहौल देखने को मिला तथा आए हुए आगंतुकों को जलपान भी कराया गया। बीती रात श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम रही चारों तरफ भक्तिमय संगीत के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी में लोग भजन कीर्तन करते रहे। मंदिरों में विशेष रूप से सजावट के साथ भजन कीर्तन शुरू हुआ जो देर रात श्री कृष्ण जन्मोत्सव तक चलता रहा। क्षेत्र के प्रमुख मंदिर बाबा बालक दास मंदिर, पूरब पोखरा स्थित मंदिर, पश्चिमी पोखरा स्थित हनुमानगढ़ी, पचपेड़वा आश्रम तथा थाना परिसर में भव्य सजावटों के साथ श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया। थाना परिसर में ही बने मंदिर में भव्य सजावट के साथ विविध मंत्रोच्चार कर श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया गया ,वहीं प्रमुख मंदिरों में देर रात तक भजन कीर्तन के साथ नंद के घर आनंद भयो जय कन्हैया लाल गाने, हाथी घोड़ा पालकी,,,, के साथ ही देर रात तक लोग भक्ति में झूमते रहे और बड़े ही उत्सव के साथ श्री कृष्ण जन्माष्टमी मनाई गई ।वहीं कुछ प्रमुख मंदिरों में आज श्री कृष्ण जन्मोत्सव मनाया जाएगा जिसके लिए प्रशासन ने पुलिस प्रशासन को भी धार्मिक स्थलों पर मुस्तैद किया है।इस वर्ष जन्माष्टमी का पर्व 26 अगस्त 2024 को सोमवार के दिन मनाया गया। इस दिन को भगवान विष्णु के आठवें अवतार भगवान कृष्ण के जन्म के रूप में मनाया जाता है। धार्मिक मान्यता के अनुसार भाद्रपद महीने की कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि को ही रोहिणी नक्षत्र में भगवान कृष्ण ने देवकी की कोख से जन्म लिया था। क्योंकि ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण का जन्म इसी दिन मध्य रात्रि में हुआ था।