
आजमगढ़। 15 सूत्री जायज मांगों को लेकर बीएसए कार्यालय पर धरनारत उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ जिला आजमगढ़ के एकजुटता के आगे बीएसए समीर को झुकना पड़ा। धरने के दूसरे दिन बीएसए मौके पर पहुंचे, और संगठन
से कहा कि चुनाव ड्यूटी के समय अवरूद्ध शिक्षकों का वेतन बहाल कर दिया गया है। 2024 में सेवानिवृत्त शिक्षकों का जीपीएफ का अंतिम भुगतान की स्वीकृत एवं पेंशन पत्रावली प्रेषित कर दी गई है। अन्य समस्याओं को भी निस्तारित कर दिया जाएगा। धरने की अध्यक्षता श्याम प्यारे यादव व संचालन देवेंद्र सिंह ने किया। धरने को संबोधित करते हुए संघ के जिलाध्यक्ष सुरेंद्र प्रताप सिंह ने कहा कि संगठन की 15 सूत्री मांग जायज है, और इसीलिए हम लोगों ने अपनी पूरी ताकत से आवाज उठाई हैं । इसी का परिणाम है कि बीएसए समीर को उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ आजमगढ़ की चट्टानीं एकता के सामने झुकना पड़ा है। ऐसे हठधर्मिता वाले अधिकारी ही धरना प्रदर्शन को बाध्य करते हैं, जबकि संगठन अपनी मांगों को उन्हें अवगत कराता रहा है, लेकिन जब हम पूर्णतया मुखर हुए तब जाकर वह हमारी मांगों को गंभीरता दिखाए है। संघ के प्रांतीय महामंत्री उमाशंकर सिंह ने कहा कि शिक्षक हितों को लेकर संगठन किसी भी तरह का कोई
समझौता नहीं करेगा। अन्य शेष मांगों को भी शीध्र से शीध्र पूर्ण किया जाए, अन्यथा फिर संगठन प्रदर्शन को बाध्य होगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी स्वयं बीएसए की होगी। संगठन की एकता ही है कि जिलाध्यक्ष सुरेन्द्र प्रताप सिंह के साथ दरी पर बैठकर बीएसए को 425 शिक्षकों की अवरूद्ध वेतन को बहाल करने का आदेश जारी करना पड़ा। धरने को संबोधित करते हुए संघ के जिलामंत्री जितेंद्र कुमार राय ने कहा कि बीएसए कार्यालय भ्रष्टाचार को अड्डा बन चुका है, और शिक्षकों को अपने हक के लिए आगे भी आवाज उठानी पड़ेगी। धरने को राजेंद्र यादव, अवधराज सिंह, अनिल सिंह, डा राजेश सिंह, अजय सिंह, प्रमोद लाल श्रीवास्तव, डा चंद्रभान सिंह, शिवप्रकाश चौबे, रणंजय सिंह, यशवन्त सिंह पल्हनी, कृपाशंकर, शोभनाथ, हरिप्रसाद सिंह आदि संबोधित किया। इस अवसर पर प्रियंका श्रीवास्तव, सुलभा राय, विभा सिंह, संतोष राय, पीएन सिंह, राजेंद्र सिंह, राम आशीष राय, संतोष राय, रामजनम यादव, सुरेश सिंह, जयशंकर सिंह, नागेंद्र दुबे, संजय सिंह, राकेश सिंह, रामनिवास यादव, वंदना सिंह, उदय प्रताप राय, जितेंद्र स्वर्णकार, बृजबिहारी सिंह, कृपाशंकर राय, मु वाकिर, देवेन्द्र सिंह, शैलेश सिंह आदि शिक्षक मौजूद रहे।

