
उत्तर प्रदेश के नौ विधानसभा क्षेत्रों में होने वाले विधानसभा उपचुनावो में राहुल गांधी और अखिलेश यादव के बीच हुई वार्ता के बाद यह अटकलें लगाई जा रही थी कि अब सपा और कांग्रेस में सब ठीक-ठाक चल रहा है सपा कांग्रेस को फूलपुर सीट देने के लिए तैयार हो गई है लेकिन सपा के प्रत्याशी द्वारा फूलपुर विधानसभा क्षेत्र से अपना नामांकन दाखिल करने के बाद अटकलों पर विराम लगता दिखाई दे रहा है, फूलपुर से सपा के प्रत्याशी मोहम्मद मुजतबा सिद्दीकी ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है, कांग्रेस ने सपा से उपचुनाव में 5 सीटों की मांग की थी, कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय के अनुसार 5 सीटों का प्रस्ताव सपा को भेजा गया था, कांग्रेस ने उन्हीं सीटो की मांग की थी जिन सीटों पर 2022 विधानसभा चुनावों में भाजपा के प्रत्याशियों की हार हुई थी, लेकिन सपा और कांग्रेस के बीच उन सीटों पर बात नहीं बन पाई, कांग्रेस के तरफ से मझवा और फूलपुर की भी सीटे मांगी गई थी लेकिन समाजवादी पार्टी ने उन दोनों सीटों पर पहले ही प्रत्याशी घोषित दिया था, गठबंधन के तहत सपा ने कांग्रेस के लिए गाजियाबाद और खैर विधानसभा की 2 सीटें छोड़ी थी, इन दोनों सीटों पर कांग्रेस और सपा गठबंधन प्रत्याशियों को जीत हासिल करना आसान नहीं दिख रहा है जिसे कांग्रेस भी भलीभाँति जानती है, गाजियाबाद से कांग्रेस 22 वर्ष पहलें चुनाव जीती थी ऊसके बाद कभी नहीं जीत पायी, इसी तरह खैर विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस 40 वर्षों में कभी चुनाव नहीं जीत पायी, राहुल गांधी और सपा सुप्रीमो अखिलेश यादल के मुलाकात के बाद यह अटकले लगायी जा रही थी कि कांग्रेस को सपा की तरफ से फूलपुर सीट देने की बात बन गई है लेकिन अब फूलपुर सीट जिसके लिए कांग्रेस आस लगाए बैठी थी सपा ने उस पर पानी फेर दिया है, हरियाणा में कांग्रेस ने सपा को एक भी सीट नहीं दिया था जिस पर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने कहा था भाजपा को हराने के लिए सपा कुर्बानी देने के लिए तैयार है अब ऐसा प्रतीत हो रहा है की उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को भी वही कुर्बानी देनी पड़ेगी।