
*काफी बरसों पहले पढ़ा था..!*
*पोथी पढ़-पढ़ जग मुआ पंडित भया न कोय।*
*ढाई अक्षर प्रेम के, पढ़े सो पंडित होय॥*
*अब पता लगा है कि, ढाई अक्षर हैं क्या ?*
*तब से मन शांत हो गया.*
“` 2½ अक्षर के ‘ब्रह्मा’ और, ढाई अक्षर की ‘सृष्टि’. “`
“` ढाई अक्षर के ‘विष्णु’ और ढाई अक्षर की ‘लक्ष्मी’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘दुर्गा’ और ढाई अक्षर की ‘शक्ति’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘श्रद्धा’ और ढाई अक्षर की ‘भक्ति’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘त्याग’ और ढाई अक्षर का ‘ध्यान’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘इच्छा’ और ढाई अक्षर की ‘तुष्टि’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘धर्म’ और ढाई अक्षर का ‘कर्म’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘भाग्य’ और, ढाई अक्षर की ‘व्यथा’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘ग्रन्थ’ और ढाई अक्षर का ‘सन्त’.“`
“` ढाई अक्षर का ‘शब्द’ और ढाई अक्षर का ‘अर्थ’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘सत्य’ और ढाई अक्षर की ‘मिथ्या’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘श्रुति’ और ढाई अक्षर की ‘ध्वनि’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘अग्नि’ और ढाई अक्षर का ‘कुण्ड’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘मन्त्र’ और ढाई अक्षर का ‘यन्त्र’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘श्वांस’ और ढाई अक्षर के ‘प्राण’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘जन्म’ और ढाई अक्षर की ‘मृत्यु’. “`
“` ढाई अक्षर की ‘अस्थि’ और ढाई अक्षर की ‘अर्थी’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘प्यार’ और ढाई अक्षर का ‘युद्ध’. “`
“` ढाई अक्षर का ‘मित्र’ और, ढाई अक्षर का ‘शत्रु’.“`
“` ढाई अक्षर का ‘प्रेम’ और ढाई अक्षर की ‘घृणा’. “`
“` ‘जन्म’ से लेकर ‘मृत्यु’ तक हम, बंधे हैं ढाई अक्षर में. “`
“` हैं ढाई अक्षर ही ‘वक़्त’ में और ढाई अक्षर ही ‘अन्त’ में. “`
“` समझ न पाया कोई भी, रहस्य क्या है ढाई अक्षर में. “`
महापुरूषों की गूढ़ रहस्यों से भरी भाषा को शत-शत नमन
ए के सिंह