
लखनऊ उत्तर प्रदेश विधानसभा के उपचुनावों के पूर्व ही समाजवादी पार्टी के प्रदेश सचिव परमानंद गर्ग ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया है, यह सपा सुप्रीमों अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, परमानंद गर्ग ने अपने त्यागपत्र का कारण समाजवादी पार्टी में वैश्य समाज की अनदेखी बताया है, समाजवादी पार्टी ने नगर निकाय चुनाव में परमानंद गर्ग की पत्नी नीलम गर्ग को गाजियाबाद नगर निगम में महापौर पद के लिये प्रत्याशी बनाया था पंरतु बाद में उनके स्थान पर दूसरे को प्रत्याशी बना दिया गया, परमानंद गर्ग ने कहा कि वह वैश्य समाज की आवाज बनने के लिए समाजवादी पार्टी में शामिल हुए थे लेकिन समाजवादी पार्टी में वैश्य समाज की कद्र नही है, समाजवादी पार्टी में कुछ खास वर्ग के लोगों का ही महत्व है, उनके त्यागपत्र को लेकर समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष फैसल हुसैन का कहना है कि परमानंद गर्ग 2022 विधानसभा चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस छोड़कर सपा में शामिल हुए थे, चुनाव लड़ने के लिए वह दूसरी पार्टी में चले जाएंगे, परमानंद गर्ग का समाजवादी पार्टी के विचारधारा से कभी कोई मतलब नहीं रहा है।