
(अतरौलिया) आजमगढ़ । “या हुसैन” के नारों से गूंजते हुए नगर पंचायत में चेहल्लुम का जुलूस बड़े ही शांति और सद्भावना के साथ निकाला गया। जामा मस्जिद से शुरू होकर यह जुलूस नगर के विभिन्न मार्गों से होता हुआ थाना परिसर स्थित कर्बला पर जाकर संपन्न हुआ, जहां ताजिए को दफन किया गया। इस अवसर पर मुस्लिम समुदाय के साथ-साथ
हिंदू बंधुओं ने भी ताजिए को कंधा देकर आपसी भाईचारे और गम में साझेदारी की मिसाल पेश की। ताजिया जुलूस के पीछे मुस्लिम महिलाएं गमगीन माहौल में “या हुसैन” की सदाएं बुलंद कर रही थीं, वहीं युवा वर्ग डांडिया व चेहल्लुम से जुड़े गीतों के माध्यम से अपनी आस्था प्रकट कर रहे थे। जुलूस के दौरान सुरक्षा की विशेष व्यवस्थाएं की गई थीं। अतरौलिया थानाध्यक्ष अमित कुमार मिश्र स्वयं सुरक्षा का जायजा लेते रहे। नगर पंचायत की ओर से ताजियों की ऊँचाई को ध्यान में रखते हुए सड़कों पर लटकते तारों को लिफ्ट मशीन से ऊपर उठाने की व्यवस्था की गई। इससे ताजियों को सुरक्षित रूप से निकालने में सहूलियत हुई और पहले होने वाली परेशानियों से लोगों को राहत मिली। मुस्लिम समुदाय ने प्रशासन की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि ऐसे प्रयास आपसी तनाव की आशंकाओं को जड़ से खत्म करने में सहायक हैं।प्रशासनिक देखरेख और लोगों के सहयोग से चेहल्लुम का जुलूस सकुशल संपन्न हुआ, जिसने अतरौलिया में गंगा-जमुनी तहजीब और भाईचारे की अनूठी मिसाल पेश की।
