
रिपोर्ट शिवम सिंह-
मार्टीनगंज-आजमगढ़ मार्टीनगंज तहशील क्षेत्र में बेसहारा पशुओं से किसान आह भर रहे हैं। जिम्मेदार बेपरवाह बने हुए हैं। बेसहारा पशुओं से बचाव के लिए हालांकि गौशाला निर्माण की पहल की गई है, लेकिन पशुओं के झुंड खेतों में पहुंचकर लगी फसलों को नष्ट कर रहे हैं। किसान फसलों की रखवाली में दिन-रात जुटे रहते हैं। इसके बावजूद भी अपनी गाढ़ी कमाई की फसलों को नहीं बचा पा रहे हैं। दीदारगंज क्षेत्र के फूलपुर ब्लॉक के डीहपुर, खेतापट्टी, बेला, संग्रामपुर, मीर अहमदपुर, दरियापुर गांव में बेसहारा पशुओं का आतंक कुछ ज्यादा ही है। बेसहारा पशुओं के झुंड के झुंड घूमते नजर आ रहे हैं दिन और रात को खेतों में घुसकर फसलों को चरकर व पैरों से रौंदकर चले जाते हैं। कहीं कहीं किसान सुरक्षा के लिए खेत के चारों ओर तारों की बाड़ लगा रखी है, लेकिन पशुओं के झुंड तारों के बाड़ को लांघकर खेतों में घुस जाते हैं। जब तक खेत में लोग पहुंचते हैं तब तक पशुओं के झुंड फसलों को नष्ट कर देते हैं। किसान जय प्रकाश मिश्र बताते हैं कि अगर इन छुट्टा पशुओं की समस्या का कोई स्थायी समाधान नहीं निकाला गया तो फसलों को किसान नहीं बचा पाएंगे। क्षेत्र के गौशाला छलावा साबित हो रहे हैं छुट्टा पशु झुंड के झुंड खेतों में घूम रहे हैं। राजेन्द्र गुप्ता बताते हैं कि ग्रामीण क्षेत्रों में खेतों में बेसहारा पशुओं का जमघट किसानों के लिए चुनौती है। बेसहारा पशु फसलों को नष्ट कर रहे हैं। छुट्टा जानवर की अनवरत वृद्धि होने के कारण किसान परेशान हैं।