
फूलपुर आजमगढ़ फूलपूर तहसील क्षेत्र के माहुल रोड स्थिति रसूलपुर इमाम हुसैन के रोजे के पास चल रही पांच दिवसीय मजलिस के आखिरी दिन शनिवार को मजलिस सुनने लोगो की भीड़ उमड़ पड़ी मजलिस में खास तौर से महिलाएं अधिक संख्या में थी। जिसमें पैग़म्बरे इस्लाम हजरत मुहम्मद की बेटी जनाबे फातिमा की जिंदगी पर रोशनी डाली गई। इस दौरान ख्वातीन (महिलाओं) से फातिमा की जिंदगी से सीख लेने और उसे अपनी जिंदगी में शामिल करने पर जोर दिया गया। मजलिस को खिताब करते हुए लखनऊ से आए मौलाना मोहम्मद मियां आब्दी ने कहा कि रसूल अल्लाह की बेटी बीबी फातिमा जहरा दुनिया की तमाम औरतों के लिए नसीहत हैं। उनकी जिंदगी को हम अपनी जिंदगी में शामिल कर उनसे सबक हासिल कर सकते हैं। कहा कि फातिमा जहरा की रजामंदी में अल्लाह की मर्जी शामिल है। उन्होंने यह भी कहा कि जब हम रसूल और आले रसूल को अपना आदर्श मानते हैं, तो उनके दिशा निर्देशों का पालन भी करना होगा। उलेमाओं ने फातिमा और उनके बेटों इमाम हसन तथा इमाम हुसैन द्वारा दीन-ए-हक के लिए दी गई कुर्बानियों का जिक्र भी किया। मौलाना ने जब जनाबे फातिमा पर हुए जुल्म का जिक्र किया तो सभी लोग रो पड़े। मौलाना फजल अब्बास ने भी मजलिस को खिताब किया। निजामत अली अब्बास सैदपुरी ने किया । फोटो