
(फूलपुर) आजमगढ़ । ईवीएम से निकलने वाला जिन्न किसका गुलाम होगा, यह तो मतगणना के बाद ही पता चलेगा। मतगणना की तारीख एक सफ्ताह से अधिक का समय है। लोग अभी से गुणा गणित लगाने में मशगूल हो गए है। भाजपा, सपा, बसपा के समर्थक बेचैन हैं, कि आखिर किसके सर पर ताज सजेगा, चुनाव नतीजों को लेकर चट्टी चौराहों पर चर्चाओं का बाजार गर्म है। लोक सभा का छठवां चरण समाप्त हो जाने के बाद प्रशासनिक अमले ने राहत की सांस ली है। लेकिन चट्टी चौराहों पर चुनाव परिणाम की चर्चा हो रही है। हर बार की तरह इस बार भी चुनावी महाभारत में दोस्त दुश्मन हो गए थे, और दुश्मन दोस्त बन गए थे, चुनाव के दौरान ऐसा कोई राजनीतिक दल नहीं रहा हो जो स्थानीय स्तर पर उलझी गणित से आहत न रहा हो, इसी पर चुनावी बहस का दौर चल रहा है।