(फूलपुर) आजमगढ़ । पौराणिक स्थल दुर्वासा धाम में कार्तिक पूर्णिमा पर बुधवार को श्रद्धालुओं का तमसा-मंजुषा पवित्र नदी में स्नान करने वालों का रेला उमड़ पड़ा। इस दौरान ठंडक के बावजूद आस्था भरी पड़ गई। संगम में हज़ारो की संख्या में लोगों ने हर हर गंगे के जयघोष के साथ आस्था की डुबकी लगाई। तट के सामने मंदिर में लोग कतार में खड़े थे। लोग बारी बारी से दर्शन किया। यहां भोर होते ही लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। लोग संगम में डुबकी लगाकर सुख समृद्धि की कामना की। पूर्णिमा पर मेले में काफी भीड़ थी। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा माह में विभिन्न नदियों के संगम में स्नान करने पर पुण्य मिलता है। जिसमें कार्तिक पूर्णिमा के दिन दुर्वासा में किए गए स्नान का विशेष महत्व है । हिंदू मान्यताओं के स्रोत पुराणों में उल्लेखित है कि महर्षि अत्रि और माता अनसुइया के पुत्रों में जेष्ठ पुत्र महर्षि दुर्वासा ने जब भारत वर्ष के विभिन्न स्थानों पर तप करने के बाद एक नए स्थान जो जन कोलाहल रहित हो,का संकेत करने का अपने पिता से आग्रह किया तो उन्होंने काशी और कौशल के मध्य अवस्थित इस स्थान को उपयुक्त बताया । इस कारण यह पूरा अंचल पुण्य क्षेत्र है, क्योंकि कुछ ही दूरी पर अत्रि के दूसरे पुत्र दत्तात्रेय और तीसरे पुत्र चंद्रमा ने भी तपस्या की थी। स्नान के बाद लोगो ने जरूरत के हिसाब से गृहस्थी के सामानों की खरीददारी की,मेला में पुलिस फोर्स सक्रिय रही इस बार काफी संख्या में महिला पुलिस लगाई गई थी।महिलाओ के लिए मीना बाजार में पुरुषो को प्रतिबंधित किया गया था । बड़े वाहनों को एक किलोमीटर रो दिया गया था। यहां समीपवर्ती जिला जौनपुर, अम्बेडकर नगर, मऊ आदि से भी श्रद्धालु पहुंचे । मेला में लोगो ने आसमानी झूला, काला जादू का लोगो ने खूब आंनद उठाया।महिलाएं महर्षि दुर्वासा की महिमा गीत गाती हुई मेला स्थल पहुंची। मेला में फूलपुर सरायमीर, अहरौला, निजामाबाद की पुलिस के साथ खुफिया पुलिस सीओ फूलपुर किरन पाल सिंह,कोतवाल सच्चिदानंद आदि प्रशासनिक अधिकारी थे ।
