
आजमगढ़ । सपा द्वारा संविधान मान स्तंभ कार्यक्रम का आयोजन बुधवार को नेहरू हाल में किया गया था, जिसके मुख्य अतिथि सांसद धर्मेंद्र यादव थे, इस दौरान दौरान जब गोपालपुर के विधायक नफीस अहमद बोलने के लिए माइक पर आए, तभी सामने कुर्सी पर बैठे मुबारकपुर विधान सभा क्षेत्र के एक सपा नेता ने नफीस को बोलने से रोक दिया, रोकने वाले सपा नेता का कहना था कि हम लोग धर्मेंद्र यादव की बात सुनने के लिए आए है, इस पर विधायक नफीस अहमद ने कहा कि हम मुसलमानों को भी बोलने का अधिकार है, लेकिन हमारे अधिकारों को दबाने का प्रयास हो रहा है, नफीस अहमद के इतना कहने के बाद कुछ लोगों ने विरोध करने वाले सपा नेता को नेहरू हाल से बाहर ले जाकर मारपीट दिया, इस दौरान सपा विधायक डॉक्टर संग्राम यादव मौके पर आकर बीच बचाव किया, पूरे घटनाक्रम का एक पत्रकार ने अपनी मोबाइल पर वीडियो बना लिया, उसे वीडियो बनाते हुए देख सपाई पत्रकार को भी अपशब्द कहा, पत्रकार का आरोप है कि मेरा कालर पड़कर मोबाइल छीन ली गई, विरोध करने पर जान से मारने की धमकी भी दी गई, इधर पीड़ित पत्रकार संदीप श्रीवास्तव ने शहर कोतवाली में सपा के दो पदाधिकारियों के खिलाफ तहरीर दी है, इस घटना के बाद राष्ट्रीय ओलेमा कौंसिल के प्रदेश युवा अध्यक्ष नुरुल हुदा द्वारा जारी बयान में कहा गया है, कि एक तरफ सपा प्रमुख अखिलेश यादव, पिछड़ा-दलित-अल्पसंख्यक (पीडीए) के दम पर 2027 फतह करने का ख्बाव देख रहे है वहीं सपा के मूल वोट ही भरी सभा में एक मुसलमान विधायक का अपमान करके पीडीए को नकार रहा है। श्री हुदा ने कहाकि अल्पसंख्यकों के वोटों के दम पर लोकसभा चुनाव में पहली बार सपा मजबूत हुई अब मजबूत होने के बाद वे अल्पसंख्यकों पर ही हमलावर हो रही है। ऐसा ही रहा तो अल्पसंख्यक समुदाय फिर से सपा को सबक सिखाने का काम करेगा। उन्होंने कहाकि अल्पसंख्यकों के बारे में केवल उलेमा कौंसिल सोचती है अन्य पार्टी केवल अल्पसंख्यकों को ठगने का काम करती है, प्रदेश अध्यक्ष यहीं नहीं रूके, उन्होंने आगे कहाकि अल्पसंख्यकों ने अपनी जवानी कुर्बान करते हुए सपा को उनकी उम्मीद से ज्यादा वोट सपोर्ट के साथ-साथ हर तरह का सहयोग दिया है। आज सपा प्रमुख के छोटे भाई आजमगढ़ सांसद धर्मेंन्द्र यादव की मौजूदगी में विधायक नफीस अहमद का विरोध किया जाना सपा के अल्पसंख्यक प्रेम को कठघरे में खड़ा कर पीडीए को अस्वीकार कर दिया गया है। इस घटना की जितनी भी भर्त्सना की जाए कम है। सपा का पीडीए पूरी तरह फेल है, हम विधायक नफीस अहमद को राय देते है कि वे ओलमा कौंसिल में शामिल होकर अपना राजनीतिक जीवन बचा लें, बता दें कि समाजवादी पार्टी द्वारा आयोजित मान स्तंभ कार्यक्रम में इस तरह की घटना को समाजवादी पार्टी ने इनकार किया है, सपा के कुछ लोगों का कहना है कि केवल सपा को बदनाम करने के लिए कुछ लोग इस तरह की अफवाहें उड़ा रहे हैं, वहीं सपा विधायक नफीस अहमद का कहना है कि उनके साथ कोई भी दुर्व्यवहार नहीं किया गया है, बरहहाल सपा के इस कार्यक्रम की चर्चा चारों तरफ हो रही है ।