
माहुल आजमगढ़ स्थानीय नगर के अम्बारी रोड पर बुधवार दोपहर में खंभे में करंट उतरने से बंदर की मौत हो गई,और वह सड़क पर गिर पड़ा। इस दौरान इसकी सूचना वहां के निवासियों ने नगर पंचायत माहुल के कर्मचारियों को दिया, पर कोई भी कर्मचारी मृत बंदर को सड़क से हटाने नहीं आया। करीब दो घंटे बाद समाजसेवी सुजीत जायसवाल के साथ नई उम्मीद सेवा समिति के लोग आए और विधि विधान से मंत्रोच्चार के साथ उस मृत बंदर को रामनामी कफ़न में उढ़ाकर बरामदपुर पुल के पास मंजूषा नदी के तट पर उसका अंतिम संस्कार कर दिया। नगर वासियों ने इस कार्य के लिए सुजीत जायसवाल की प्रशंसा किया।।