
आजमगढ़ 99 यू0 पी0 बटालियन एन सी सी के तत्वावधान में बुधवार को सेना दिवस समरोहपूर्वक मनाया गया। प्रतिवर्ष, 15 जनवरी को उस महान अवसर को याद करने के लिए ‘सेना दिवस’ के रूप में मनाया जाता है जब जनरल (बाद में फील्ड मार्शल) के0एम0 करियप्पा ने 1949 में अंतिम ब्रिटिश कमांडर-इन-चीफ जनरल सर एफ0 आर0 आर0 बुचर से हस्तांतरित, भारतीय सेना की कमान संभाली थी और स्वतंत्र भारत के पहले भारतीय कमांडर-इन-चीफ बने थे। इस अवसर पर प्रतीकात्मक रूप से तिरँगे को सशस्त्र सलामी(गॉर्ड ऑफ ऑनर) देते हुए वतन पर शहादत देने वालों जाबांजों को नमन किया गया और राष्ट्र तथा सेना के शौर्य की रक्षा हेतु शपथ दिलाई गई।इसके बाद आयोजित एक संगोष्ठी में कैडेटों ने सेना दिवस के अवसर पर अपने विचारों को अभिव्यक्त कर भारतीय सेना के गौरवशाली इतिहास को याद किया। अपने सन्देश में कमान अधिकारी ले0 कर्नल विवेक सिंह चूड़ावत ने कहा कि भारतीय सेना की कमान पूर्ण रूप से भारतीय हाथों में सौंपने और उसके पराक्रमशाली इतिहास की गाथा को याद करने के लिए प्रतिवर्ष 15 जनवरी को सेना दिवस के रूप में मनाया जाता है। इस अवसर पर सहयुक्त एन सी सी अधिकारी, सूबेदार मेजर रामस्वरूप चौहान,पी0आई0 स्टाफ़ और विविध कॉलेजों के कैडेट्स सक्रिय रूप से उपस्थित रहे।