
माहुल (आजमगढ़)। फूलपुर तहसील क्षेत्र में पुत्र के रहते हुए एक मृतक को नावल्द घोषित कर एक व्यक्ति द्वारा करोड़ों की संपत्ति को अपने नाम कराने का मामला प्रकाश में आया है। जिलाधिकारी आजमगढ़ द्वारा उपजिलाधिकारी फूलपुर से कराई गई जांच में कूट रचित दस्तावेज तैयार कर फर्जी ढंग से राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज कराने की पुष्टि हो चुकी है फिर भी भूमाफिया पर कोई भी कार्यवाही नहीं हो रही। जिससे परेशान होकर पीड़ित ने प्रमुख सचिव गृह को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है।
प्रमुख सचिव गृह को दिए गए शिकायती पत्र में फूलपुर तहसील क्षेत्र के कन्दरी गाँव निवासी जुबेर शहजादे का कहना है कि उसके पिता शहजादे तीन भाई थे। दिनांक 7/3/2010 को हृदयगति रुक जाने के कारण उनकी मौत हो गई। उसकी उम्र 10 वर्ष थी। पिता की मौत के बाद वह अपनी मां नसीमा बानो के साथ मुंबई में रहना शुरू किया। इसी का फायदा उठा कर जुबेर के चचेरे भाई गुलाम पुत्र सज्जाद,सफदर हुसैन,अम्बर हुसैन,जौहर हुसैन नैयर हुसैन पुत्र गण निसार हुसैन और सौफुलनिशा पत्नी निसार हुसैन ने कूट रचित दस्तावेज तैयार करके फर्जी ढंग से कन्दरी गाँव की 20 बीघा और इमामगढ़ गांव की तीन बीघा जमीन को उसके पिता शहजादे को निसंतान दिखा कर राजस्व अभिलेखों में अपने नाम दर्ज करा लिया, यही नहीं इमामगढ़ गाँव की जमीन को फर्जी ढंग से अपने नाम कराने के बाद उसे बेच भी दिया।
शिकायती पत्र में जुबेर का यह भी कहना है कि जब उसे इस बात की जानकारी हुई तो उसके होश उड़ गए और वह मुंबई से आकर इसकी शिकायत जिलाधिकारी आजमगढ़ से किया और न्याय की गुहार लगाई। जिलाधिकारी द्वारा इस प्रकरण की जांच उपजिलाधिकारी फूलपुर सुरेंद्र नाथ तिवारी को आदेशित किया। उपजिलाधिकारी ने जब इस प्रकरण की जांच कराई तो सफदर हुसैन,अम्बर हुसैन,नैयर हुसैन,जौहर हुसैन पुत्रगण निसार हुसैन,गुलाम हुसैन पुत्र सज्जाद, व सैफुलनिशा पत्नी निसार हुसैन द्वारा कूट रचित दस्तावेज तैयार करके फर्जी ढंग से राजस्व अभिलेखों में नाम दर्ज कराने की पुष्टि हुई और उक्त लोगों के इस अपराध को भूमाफिया की श्रेणी बताते हुए उपजिलाधिकारी ने जांच रिपोर्ट जिलाधिकारी को सौंप दिया।
जांच रिपोर्ट पाने के बाद जिलाधिकारी द्वारा नवंबर माह में उक्त भूमाफियाओं पर कार्यवाही हेतु उपजिलाधिकारी फूलपुर को पुनः आदेशित किया।
जिलाधिकारी आजमगढ़ के आदेश के बावजूद भी तहसील प्रशासन उक्त भूमाफियाओं पर कार्यवाही करने से कतरा रहा।
उधर जांच रिपोर्ट की जानकारी होने के बाद नैयर हुसैन आदि बौखला गए है और जुबेर को फर्जी मुकदमे में फंसाने की धमकी दे रहे और कह रहे जो भी उसकी मदद करेगा या जेल में रहेगा या जान से जायेगा। शिकायती पत्र में जुबेर का यह भी कहना है कि वह मां के साथ मुंबई में अध्ययन कर रहा और यहां पर मुकदमों आदि की पैरवी के लिए आजम कुरैशी नाम के व्यक्ति को रखा है। ये लोग उसे भी तरह तरह से परेशान कर रहे। शिकायती पत्र में जुबेर ने उक्त भूमाफियाओं पर कानूनी कार्यवाही करने के साथ ही साथ जमीन को कब्जा मुक्त कराने की मांग की है। इस संबंध में उपजिलाधिकारी फूलपुर सुरेंद्र नाथ तिवारी का कहना है कि जिलाधिकारी महोदय के निर्देश पर प्रकरण की गंभीरता से जांच कराई गई ।जिसमें यह तथ्य सामने आया कि जमीन को फर्जी ढंग से नामांतरण कराया गया है यह अपराध भूमाफिया की श्रेणी में आता है तहसीलदार को कानूनी कार्यवाही कराने हेतु निर्देशित कर दिया गया है।।