
अयोध्या नाबालिक दलित बच्च के गैंगरेप केस में डीएनए रिपोर्ट आ गई है जिसे हाईकोर्ट में सील बंद लिफाफे में पेश किया गया, रेप पीड़िता के भ्रूण का डीएनए मुख्य आरोपी मोईद खान से मैच नहीं हुआ है जबकि डीएनए मोईद खान के बेकरी में काम करने वाले सह आरोपी राजू से मैच हो गया है, पीड़िता नें इस मामले में समाजवादी पार्टी के नेता मोईद खान का नाम लिया था मोईद खान को मुख्य आरोपी बनाया गया है, सोमवार को हाई कोर्ट में सील बंद लिफाफे में डीएनए रिपोर्ट आने के बाद सपा के नेता प्रदेश की योगी आदित्यनाथ की सरकार पर आरोप लगाते हुए निशान साध रहे हैं, सपा नेताओं का कहना है कि मोईद खान को इस केस में फर्जी तरीके से जबरन फंसाया गया है, लेकिन मोईद खान का डीएनए मैच न करने से भी उसकी मुश्किल कम होती नहीं दिख रही है क्योंकि अपर महाधिवक्ता विनोद शाही का कहना है की एक आरोपी राजू से डीएनए मैच करने से यह साफ हो जाता है कि पीड़िता के साथ रेप हुआ है, अपर महाधिवक्ता विनोद शाही नें आगे कहा किसी रेप पीड़िता के गर्भवती होने पर गर्भ के भ्रूण का डीएनए सभी आरोपियों से मैच नहीं करता एक ही आरोपी से मैच करता है, इस केस में भी वही हुआ है, रेप पीड़िता के आरोप अभी भी बरकरार हैं डीएनए मैच नहीं करने से अपराध कम नहीं हो सकता है, पीड़िता नें आरोप लगाये हैं कि पहले रेप मोईद खान ने किया था उसके बाद राजू ने किया था मोईद खान के मोबाइल से वीडियो बनाई गई थी, मोइद खान अभी मुख्य आरोपी बना रहेगा।