
अतरौलिया विकास खण्ड के मोहम्मद पुर गांव पोखरी गाटा संख्या 118 रकबा 0.065 हेक्टेयर की सरकारी जमीन पर गांव के ही कुछ लोगो द्वारा कब्ज़ा किया गया था, बार-बार नोटिस देने के बाद भी कब्जे को खाली नहीं किया गया, पोखरी की जमीन पर सिद्धेश्वर व बुद्धेश्वर पुत्रगण श्याम सुंदर, हरीभान पुत्र इंद्रजीत, रामबेलास पुत्र चनई ने गौशाला बनाकर कब्जा किया था । पूर्व में ग्रामीणों के बार-बार शिकायत के बाद उप जिलाधिकारी बुढ़नपुर के निर्देश पर राजस्व टीम ने उक्त सरकारी भूमि की पैमाइश कर अपनी रिपोर्ट प्रेषित कर दी थी। तत्पश्चात अतिक्रमणकारियों को जमीन खाली करने की नोटिस भी तामील करा दी गई थी,और पंचायत के माध्यम से भी लोगो को अतिक्रमण हटाने की बात बोली गयी थी, बावजूद इसके अतिक्रमणकारियों द्वारा आज तक जमीन पर कब्जा बना हुवा था । न्यायालय के आदेश पर शुक्रवार को तहसीलदार अरुण कुमार वर्मा व कानूनगो व राजस्व निरीक्षक के संयुक्त कार्यवाही में अतिक्रमण की गई जमीन पर बुलडोजर की कार्यवाही कर खाली कराया गया, वहीं सरकारी जमीन पर आवास निर्माण कराकर रामबेलास पुत्र चनई रह रहे थे । रामविलास के पास कोई आवासीय मकान न होने के कारण 3 महीने के अंदर उक्त जमीन को खाली करने का निर्देश दिया गया अन्यथा उक्त अतिक्रमण की गई जमीन को बुलडोजर से खाली कराया जाएगा। वहीं तहसीलदार द्वारा ग्राम प्रधान को निर्देश दिया गया कि खाली कराई गई पोखरी को जल्द से जल्द खुदाई करवा कर उसके मूल अवस्था में लाया जाए। इस कार्रवाई से पूरे गांव में हड़कंप मचा रहा।