आजमगढ़ में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की “संसदीय अध्ययन समिति” के सभापति ने की समीक्षा बैठक
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बैठक में उत्तर प्रदेश विधान परिषद की “संसदीय अध्ययन समिति” के सभापति किरण पाल कश्यप ने कहा कि जन प्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्तावों को तत्काल निस्तारित किया जाए, वहीं जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने कहा कि सभापति द्वारा दिए गए निर्देशों का शत प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित कराया जाएगा
खबर विस्तार से
आजमगढ़ । उत्तर प्रदेश विधान परिषद की “संसदीय अध्ययन समिति” के सभापति किरण पाल कश्यप जी के सभापतित्व में गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभागार में समीक्षा बैठक आयोजित की गई। सभापति ने विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिया कि जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्तावों को तत्काल निस्तारित किया जाए। उन्होंने कहा कि प्रस्तावों को निस्तारित करने के साथ ही माननीय सदस्यों को भी उसके संबंध में पत्र प्रेषित कर अवगत कराया जाए। सभापति को अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा कुल 42 विभागों में से 29 विभागों को प्रस्ताव प्रेषित किए गए, जिसमें से सभी का निस्तारण करते हुए अवगत करा दिया गया है। स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में अपर मुख्य चिकित्साधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा 2022-23 से अब तक कल 32 प्रस्ताव प्रेषित किया गया है, जिसमें से सभी प्रस्तावों को निस्तारित करते हुए मा0 जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है। आयुर्वेद एवं यूनानी विभाग, होम्योपैथिक एवं वन विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा 2022-23 से अब तक कोई प्रस्ताव प्रेषित नहीं किया गया है। उपसंचालक चकबंदी ने अवगत कराया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा कुल 08 प्रस्ताव उपलब्ध कराया गया था, जिसको निस्तारित करते हुए निदेशालय एवं मा0 जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है। प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड द्वारा मा0 सभापति को अवगत कराया गया कि कुल 08 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिसके निस्तारण की सूचना प्रेषित की जा चुकी है। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि 01 प्रस्ताव प्राप्त हुआ था, जिसको निस्तारित करते हुए मा0 जन प्रतिनिधियों को अवरोध कर दिया गया है। ग्राम्य विकास विभाग द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा कुल 49 प्रस्ताव प्रेषित किए गए थे, जिसमें सभी प्रस्तावों को निस्तारित करते हुए सूचना उपलब्ध करा दी गई है तथा इंटरलॉकिंग, आरसीसी, चकरोड व नाली मरम्मत आदि कार्यों को कार्ययोजना में सम्मिलित कर लिया गया है। ग्राम्य विकास अभिकरण द्वारा अवगत कराया गया कि कुल 87 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, उक्त सभी प्रस्तावों का निस्तारण करते हुए मा0 जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है। पंचायती राज विभाग द्वारा मा0 सभापति को अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा कुल 53 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिसमें सभी प्रस्तावों का निस्तारण करते हुए मा0 जनप्रतिनिधियों को अवगत करा दिया गया है। सभापति ने कहा कि सभी ग्राम पंचायत में बारात घर का निर्माण कराया जाए, ताकि आम जनमानस शादी विवाह एवं अन्य शुभ कार्यों में उसका लाभ उठा सके। प्रांतीय खंड लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता द्वारा मा0 सभापति को अवगत कराया गया कि वर्तमान सरकार के गठन के पश्चात से अब तक मा0 सांसद एवं विधान मंडल के सदस्यों द्वारा, सरकार एवं शासन द्वारा प्रेषित किए गए प्रस्ताव को शत प्रतिशत निस्तारित कर दिया गया है। अधिशासी अभियंता ने बताया कि 1817 कुल प्रस्तावित मार्गों की संख्या है, जिसमें 1020 की स्वीकृति प्राप्त हो गई है तथा 797 मार्गो की स्वीकृति अभी अप्राप्त है, जिसे वित्तीय वर्ष 2025-26 के कार्य योजना में प्रेषित किया गया है। सभापति महोदय ने अधिशासी अभियंता निर्माण खंड लो0नि0वि0 आजमगढ़ को निर्देश दिया कि पिछले 4 वर्षों में जितने प्रस्ताव मिले हैं, उसका कितना निस्तारण किया गया है, एक माह के अंदर आख्या सहित उपलब्ध कराना सुनिश्चित करें। अधिशासी अभियंता शारदा सहायक खंड 23 द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा नहरो एवं रजवाहों की सफाई से संबंधित जो प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, उसमें आवश्यक कार्रवाई करते हुए समय निस्तारित कर दिया गया है। मा0 सभापति ने निर्देश दिया कि अगले 15 दिन के अंतर्गत सभी नहरों एवं रजवाहों की सिल्ट सफाई कराते हुए टेल तक पानी की सप्लाई सुनिश्चित की जाए। अधिशासी अभियंता शारदा सहायक खंड 32 द्वारा मा0 सभापति को अवगत कराया गया कि जो प्रस्ताव मा0 जन प्रतिनिधियों द्वारा प्राप्त हुए थे, उसमे से अधिकतम प्रस्तावों पर कार्यवाही की जा रही है तथा उन्हें अवगत करा दिया गया है। जिला विद्यालय निरीक्षक द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा 04 प्रस्ताव प्रेषित किया गया था, जिस पर कार्यवाही करते हुए अवगत करा दिया गया है। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि मा0 जनप्रतिनिधियों द्वारा कोई भी प्रस्ताव उपलब्ध नहीं कराया गया है। जिस पर माननीय सभापति ने कहा कि पिछले 04 वर्षों का रिकॉर्ड चेक किया जाए तथा उसकी जानकारी उपलब्ध कराई जाए। पर्यटन अधिकारी द्वारा अवगत कराया गया कि निदेशालय के माध्यम से 2022-23 से अब तक जनप्रतिनिधियों के 13 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिस पर आवश्यक कार्रवाई करते हुए निदेशालय के माध्यम से मा0 जनप्रतिनिधियों को सूचना प्रेषित कर दी गई है। परिवहन विभाग के अधिकारियों को माननीय सभापति ने निर्देश दिया कि किसी भी दशा में पुरानी बसों का संचालन न हो। उन्होंने स्कूलों में लगे हुए वाहनों को फिटनेस को चेक करने के निर्देश दिए। नगर विकास विभाग के अंतर्गत जीरो प्रस्ताव पर माननीय सभापति ने कहा कि 15 दिन के अंदर पूरी आख्या समिति के समक्ष प्रस्तुत करें। गृह विभाग की समीक्षा में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ अनिल कुमार ने मा0 सभापति को अवगत कराया कि 2022-23 से अब तक 48 प्रस्ताव प्राप्त हुए थे, जिसमें आवश्यक कार्यवाही करते हुए उसकी आख्या माननीय जनप्रतिनिधियों को प्रेषित कर दिया गई है। उन्होंने अवगत कराया कि प्रोटोकॉल के अनुसार मा0 जनप्रतिनिधियों को सुरक्षा व्यवस्था उपलब्ध कराई जाती है । जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने माननीय सभापति को आश्वास्त किया कि दिए गए निर्देशों का अनुपालन विभागीय अधिकारियों द्वारा सुनिश्चित कराया जाएगा। इसके साथ ही मा0 सभापति ने जनपद मऊ के समस्त विभागों की समीक्षा कर माननीय जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए गए प्रस्तावों के संबंध में जानकारी ली गई एवं आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए। इस अवसर पर जिलाधिकारी द्वारा मा0 सभापति एवं समिति के सदस्यों को पुष्प कुछ अंग वस्त्र एवं मोमेंटो देखकर स्वागत किया। बैठक में जिलाधिकारी मऊ श्री प्रवीण मिश्रा, पुलिस अधीक्षक मऊ श्री ईला मारन, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व श्री गंभीर सिंह, डीएफओ सुश्री आकांक्षा जैन, जनपद आजमगढ़ एवं मऊ के समस्त जनपदीय अधिकारी एवं सचिवालय के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
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