
अतरौलिया आजकल मकर संक्रांति का पर्व इस बार 14 जनवरी को मनाई जा रही है। त्योहार की तैयारी को लेकर लोग जुट गए हैं। नगर पंचायत में लाई, चूरा और गट्टा तथा पतंग की दुकानें सज गई है। इस बार त्योहार पर महंगाई का असर भी दिख रहा है। नगर पंचायत के केशरी चौक,बब्बर चौक,सदर बाजार,गोला, बरन चौक,दुर्गा मंदिर ,रोडवेज समेत ग्रामीण क्षेत्र मदियापार मोड़,पटेल चौक,छितौनी,सिकंदर पुर,नंदना आदि बाजारों में मकर संक्रांति को लेकर अस्थाई दुकानें सज गई हैं तो वही पतंग की दुकानों पर भी काफी भीड़ नजर आ रही है। रंग बिरंगी पतंग से दुकानों को सजाया गया है तो वही चाइनीस मांझे पर पूरी तरह प्रतिबंध है। दुकानों पर तील, मूंगफली,रामदाना, काजू और किसमिस से बने सामान के साथ लाई, चूरा, गट्टा, भेली, गजक आदि सामान उपलब्ध है जहां अच्छी खासी भीड़ सोमवार से ही दिखाई दे रही है। पिछले साल की अपेक्षा इस बार सामानों पर करीब दस से बीस रुपये तक बढ़ोत्तरी हुई है। त्योहार को लेकर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है। साधू संतो का मानना है कि इस बार मकर संक्रांति का पर्व 14 जनवरी को ही मनाया जाएगा। क्योंकि मकर संक्रांति का संजोग अपराह्न 3 बजे हो रहा है। शास्त्रों के अनुसार संक्रांति काल से 12 घंटे पहले और 12 घंटे बाद तक पुण्य काल होता है, कुछ ऋषियों ने पुण्य काल 32 घड़ी भी माना है। इसलिए सूर्योदय से लेकर सूर्यास्त पर्यांत मकर संक्रांति का पर्व मनाया जा सकता है। मकर संक्रांति से ही भगवान सूर्य उत्तरायण माने जाते हैं। शास्त्र के अनुसार मकर संक्रांति के दिन सूर्य की किरणें अमृत की वर्षा करती हैं। तालाब नदी, सरोवरों पर स्नान करने से पुण्य प्राप्त होता है। सनातन धर्म में मकर संक्रांति का पर्व उत्साह और धर्म का संवर्धन करने वाला है ।