
आजमगढ़ जिले के निजामाबाद तहसील क्षेत्र के महर्षि दत्तात्रेय आश्रम से चोरी हुई भगवान राम लक्ष्मण जानकी जी की अष्टधातु की मूर्तियां एक बार फिर से स्थापित करने में 25 वर्ष का समय लग गया। लोग पुऩ 25 वर्ष बाद मंदिर में भगवान राम लक्ष्मण और जानकी जी के दर्शन कर सकेंगे। जिसे लेकर स्थानीय लोगों में काफी उत्साह है, महर्षि दत्तात्रेय आश्रम से 1996 में भगवान राम, लक्ष्मण और हनुमान की अष्टधातु की मूर्तियां चोरी हो गईं थी। पुलिस ने मूर्तियां तो बरामद कर ली लेकिन यह मूर्तियां अभी तक थाने के मालखाने में बंद रहीं। अब 25 सितंबर को न्यायालय ने इन मूर्तियों को बाहर निकालने का आदेश जारी किया है। अब पुनः विधि-विधान से प्रभु श्रीराम, जानकी लक्ष्मण जी की प्रतिमा की स्थापना की जाएगी। निजामाबाद कस्बे से सटे सेंटरवा मार्ग पर महर्षि दत्तात्रेय आश्रम है, दर्शन पूजन के लिए प्रत्येक वर्ष हजारों की संख्या में लोग तमसा और कुंअर नदी के संगम पर डुबकी लगाकर भगवान दत्तात्रेय आश्रम पर दर्शन पूजन करते हैं, मान्यता के अनुसार मंदिर पर जो भी मन्नत मांगी जाती है वह पूरी होती है। 1996 में मंदिर में चोरी हुई थी, 1999 में चोरों ने फिर से मूर्ति को चुरा लिया। पुलिस ने दूसरी बार भी मूर्ति को बरामद तो कर लिया लेकिन उसे थाने के मालखाने में जमा कर दिया। जिसे बाहर लाने के लिए मंदिर के पुजारी न्यायालय में मुकदमा लड़ रहे थे, 24 सितंबर को 25 साल बाद कोर्ट ने इन मूर्तियों को मालखाने से बाहर निकालने का आदेश दिया। इस आदेश के जारी होते ही क्षेत्र में खुशी की लहर दौड़ गई। अब मंदिर के पुजारी मूर्ति की फिर से स्थापित करने के प्रयास में जुट गए हैं।
इस संबंध में दत्तात्रेय मंदिर के महंत पुजारी रविदास जी महाराज ने कहा की पूरे विधि विधान के साथ भगवान के घर वापसी की जाएगी और प्रतिमा को स्थापित किया जाएगा इसमें सुरक्षा व्यवस्था के साथ-साथ संत महात्मा और उच्च अधिकारी भी आएंगे कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच भगवान राम लक्ष्मण जानकी हनुमान की प्रतिमा पुनः दत्तात्रेय आश्रम पर स्थापित की जाएगी। उन्होंने कहा कि उनकी कोशिश है कि मूर्ति की स्थापना से पहले आश्रम के निकट पुलिस चौकी बनाये जाने की मांग की जायेगी जिससे कि सुरक्षा को लेकर कोई दिक्कत भविष्य में ना हो। इस मुकदमे में अभियुक्त की तरफ से पैरवी दीवानी कचहरी के वरिष्ठ अधिवक्ता श्रवण कुमार राय कर रहे थे।