
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मॉस्को यात्रा के दौरान एक बड़ी सफलता हाथ लगी है, दरअसल रूस ने यूक्रेन में रूसी सेना के लिए लड़ रहे सभी भारतीयों को छुट्टी देने और उनकी वापसी की सुविधा देने का फैसला किया है. सूत्रों के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी जब सोमवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ प्राइवेट डिनर पर मिले, तभी उन्होंने इस मामले को उठाया, उनकी इस बात को राष्ट्रपति पुतिन भी मान गए, और इस तरह रूसी सेना में फंसे भारतीय युवाओं की वापसी सुनिश्चित हो सकी है, बता दें कि भारत के युवक अच्छी नौकरी के झांसे में आकर रूस सेना में फंस गए थे, और इस यूक्रेन युद्ध में रूस की तरफ से जंग लड़ रहे है, उन भारतीयों की दुर्दशा नई दिल्ली के लिए बड़ी चिंता का विषय है, और भारतीय विदेश मंत्रालय भी रूस के सामने लगातार यह मुद्दा उठा रहा था, अब प्रधानमंत्री मोदी की इस रूस यात्रा ने इस मुश्किल काम को अपने अंजाम पर पहुंचा दिया है, और अब ये सभी भारतीय जल्द ही घर वापस लौट सकेंगे, दर असल रूस की अपनी आबादी बेहद कम है, और इस कारण वह जंग के दौरान अपनी सेना में दूसरे देशों के नागरिकों को भी भर्ती करता है, और धोखेबाजों ने इसी का फायदा उठाकर कई भारतीयों को भी वहां फंसा दिया था, भारतीय जब रूस पहुंचे तो हकीकत जानकर उनके पैरों तले जमीन खिसक गई, उन्हें वहां यूक्रेन जंग में रूसी सेना की तरफ से लड़ने के लिए भी मजबूर किया गया, और वे बहुत मुश्किल हालात में किसी तरह जिंदगी जीने को मजबूर हैं, इन्हीं भारतीयों ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी पोस्ट किया, जिसमें उन्होंने अपनी आपबीती सुनाते हुए भारत सरकार से मदद की मांगी थी, पीएम मोदी भारत रूस की दो दिवसीय महत्वपूर्ण यात्रा पर हैं, जो फरवरी 2022 में यूक्रेन युद्ध छिड़ने के बाद उनकी पहली यात्रा है ।