
अतरौलिया आजमगढ़ ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम के अंतर्गत ब्लॉक के 15 ग्राम पंचायतों की महिलाओं के साथ अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस कार्यक्रम कृष्णा मैरिज हॉल में आयोजित किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि सौ शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय से डॉ एस के ध्रुव, सीएचसी से बीसीपीएम सुरेश पांडे व डॉ अमरजीत, एसआई अनुराधा, एनआरएलएम से राजकुमार, चाइल्ड लाइन से मोनी, हेल्प सखी वन स्टॉप सेंटर से सरिता पाल एवं ममता, गायक वीरेंद्र कुमार, कवि हेमंत कुमार, कार्यक्रम की अध्यक्ष लक्ष्मी आदि उपस्थित रहे। सर्वप्रथम संस्था सचिव राजदेव चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि हमारी संस्था ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान – ग्रामीण महिला सशक्तिकरण परियोजना के अंतर्गत अतरौलिया ब्लॉक के 10 ग्राम पंचायतों में काम कर रही है। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च से शुरू होकर 15 दिनों तक पूरी दुनिया में मनाया जा रहा है। गायक वीरेंद्र कुमार द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिलाओं के सम्मान में गीत गाया गया और कहा गया कि अपनी औकात का अहसास बराबर रखना, फलक पर उड़ना तो मजबूत अपना पर रखना । एनआरएलएम से राजकुमार द्वारा स्वयं सहायता समूह तथा मुख्यमंत्री युवा स्वरोजगार योजना के अंतर्गत बताया गया कि इसके अंतर्गत 5 लाख तक का बिना ब्याज का लोन मिल सकता है, जिसे 4 सालों में भरना है। वन स्टॉप सेंटर से सरिता द्वारा बेटी पढ़ाओ, बेटी बचाओ के बारे में बताया गया कि लड़के और लड़की दोनों के साथ किसी भी प्रकार का भेदभाव न किया जाए दोनों को पढ़ने के लिए समान अवसर देना चाहिए। लड़के कभी भी घर से बाहर जा सकते हैं लेकिन लड़कियों को बाहर जाने पर रोक लगाया जाता है। एसआई अनुराधा द्वारा बताया गया कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए थाने पर महिला हेल्पडेस्क बनाया गया है जहां पर महिलाओं की समस्याओं को महिला कांस्टेबल द्वारा सुना जाता है तथा आजकल देखा जाए तो लड़के लड़कियों को गलत कमेंट मारते हैं और गलत तरीके से स्पर्श करने की कोशिश करते हैं। मिशन शक्ति के अंतर्गत हेल्पलाइन नंबर 1090, 108, 102, 112 के बारे में बताया गया। कवि हेमंत कुमार द्वारा कहा गया कि ममता ही मूर्ति के संघर्षों का नारी है, कौन कहे कि कमजोर हमारे भारत की नारी है। मुख्य अतिथि डॉ एस के ध्रुव द्वारा बताया गया कि हमारे समाज में यदि महिला सशक्त होगी तो हमारा समाज सशक्त होगा। हमारे यहां 100 शैय्या संयुक्त जिलाचिकित्सालय पर गर्भवती महिलाओं के निःशुल्क सोनोग्राफी की व्यवस्था है जिससे पता चल जाता है बच्चा स्वस्थ है कि नहीं तथा बच्चे के अंदर कितना हिमोग्लोबिन है और बच्चे का कितना विकास हुआ व इससे प्रसव की संभावित तारीख भी निकलकर आ जाती है। कार्यक्रम के अंत में समुदाय में बेहतर कार्य करने वाली महिलाओं तथा स्वास्थ्य विभाग से एएनएम व आईसीडीएस से आगनवाडी कार्यकत्री को अतिथियों द्वारा मोमेंटो देकर सम्मानित किया गया।