
अतरौलिया आजमगढ़ आज देश भर में महाशिवरात्रि का पर्व श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाया जा रहा है। इसी क्रम में नगर के प्रसिद्ध कैलेश्वर धाम मंदिर में सुबह से शिव भक्तों की लंबी कतारे लगी, हर हर महादेव के जय घोष के साथ बढ़ती भीड़ की परवाह किये बिना ही लोगों ने स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक किया और बेलपत्र चढ़ाया। शिव मंदिरों पर सबसे अधिक भीड़ महिलाओं व लड़कियों की रही जहां माथे पर चंदन रोली का टीका लगाकर हाथ मे मोबाइल लिए लड़कियों ने खूब सेल्फी ली। गुरु शिष्य परंपरागत को जीवंत रखने वाला यह प्राचीन मंदिर लोगों के आस्था का केंद्र है जहां स्वयंभू शिवलिंग पर जलाभिषेक कर लोगों ने प्रसाद चढ़ाया । मान्यता है कि इस दिन की गई पूजा से भगवान शिव विशेष रूप से प्रसन्न होते हैं। शिव मंदिरों में बेलपत्र, धतूरा, दूध, दही, घी, शहद और गंगाजल से अभिषेक किया गया। मंदिर के पुजारी महंत दिलीप दास के अनुसार, महाशिवरात्रि पर किए गए पूजन से मनोकामनाएं पूरी होती हैं। इस दिन व्रत रखने से सौभाग्य की प्राप्ति होती है। यहां प्राचीन काल से ही महाशिवरात्रि का पर्व मनाया जा रहा है। मंदिर के बाहर एक विशाल बरगद का पेड़ है जो द्वापर युग का माना जाता है, इसके बगल ही स्वयंभू शिवलिंग है जो स्वयं धरती से प्रकट हुआ है। आज से पहले 14- 15 साधु संतों ने यहां रहते हुए शिवजी की उपासना करते हुए ब्रह्मलीन हुए हैं, यहां बहुत ही प्राचीन समय से साधु संत उपासना करते चले आ रहे हैं और आज भी लोग श्रद्धा भाव से भगवान शिव की पूजा अर्चना करते हैं। सेवादार जितेंद्र सोनी ने बताया कि सुबह 4:00 बजे से पहले ही यहां आकर लोगों ने जल चढ़ाना शुरू कर दिया। भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन की व्यवस्था की गई है जो काफी अच्छी है। श्रद्धा भाव से जो लोग जलाभिषेक कर रहे हैं अवश्य ही सबकी मनोकामना भगवान पूरी करेंगे।