
शिक्षाकुलाधिपति/महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल ने कहा कि शिक्षा को केवल ज्ञान तक सीमित न रखकर, उसे रोज़गार, कौशल और आत्मनिर्भरता से जोड़ा जाए
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आजमगढ़ । कुलाधिपति/महामहिम राज्यपाल आनंदी बेन पटेल द्वारा कार्य परिषद एवं विद्या परिषद के सदस्यों एवं कुलपति के साथ शैक्षिक शोभा यात्रा के उपरान्त महाराजा सुहेलदेव विश्वविद्यालय के द्वितीय दीक्षांत समारोह का शुभारम्भ करने की घोषणा की गयी। इस अवसर पर राष्ट्रगीत के साथ ही छात्र-छात्राओं द्वारा पर्यावरण संरक्षण पर आधारित गीत व विश्वविद्यालय के कुलगीत की प्रस्तुति की गयी।
मा0 कुलाधिपति/महामहिम राज्यपाल महोदया आनंदी बेन पटेल द्वारा द्वितीय दीक्षांत समारोह को सम्बोधित करते हुए कहा कि मुझे खुशी है कि धीरे-धीरे छात्र-छात्राओं की संख्या और सुविधाएँ बढ़ रही हैं, और आयोजन अच्छे ढंग से हो रहा है। उन्होंने कहा कि सभी बच्चों ने परीक्षाएँ दीं, परिणाम तैयार हुआ और समय पर दीक्षांत का आयोजन हुआ। राज्यपाल द्वारा छात्रों को कड़ी मेहनत और परिश्रम से पढ़ाई करने के लिए बधाई दी गई। उन्होने छात्रों को ज्ञान के भण्डार को पढ़ने के लिए प्रेरित किया, और कहा कि केवल अपने विषय तक सीमित न रहें। उन्होंने कहा कि यदि हम ज्ञान का 0.1 प्रतिशत भी पढ़ पाते हैं, तो जीवन का कल्याण हो जाएगा और पूरे विश्व का भी कल्याण हो जाएगा। उन्होंने छात्रों से विकसित भारत बनाने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर काम करने का आह्वान किया। राज्यपाल महोदया ने कहा कि हमारे ऋषि-मुनियों और मनीषियों ने जंगलों में रहकर, बिना किसी सुविधा, टेक्नोलॉजी या लाइट के भी संशोधन, रिसर्च, दवाइयाँ और ऑपरेशन किए, जो सब किताबों में मौजूद हैं। उन्होंने कहा कि आजमगढ़ महर्षि दुर्वासा, भगवान दत्तात्रेय और चंद्रमा ऋषि जैसे महामनीषियों ने तपस्या की है। यह धरती वीर कुंवर सिंह, राजा बेनी माधव सिंह जैसे स्वतंत्रता सेनानियों की कर्मभूमि रही है। उन्होंने महाकवि अयोध्या सिंह उपाध्याय ‘‘हरिऔध’’, महापंडित राहुल सांकृत्यायन, और कैफ़ी आज़मी जैसे साहित्यकारों की समृद्ध परंपरा को भी नमन किया। उन्होने कहा किविश्वविद्यालय का नामकरण महान योद्धा महाराजा सुहेलदेव के नाम पर हुआ है, जिन्होंने आक्रांता महमूद गजनवी के सेनापति सैय्यद सालार मसूद गाज़ी का मर्दन कर राष्ट्र की अस्मिता की रक्षा की थी। राज्यपाल महोदया ने विश्वविद्यालय द्वारा जारी की गयी योगा से संबंधित 06 किताबों का विमोचन किया गया। राज्यपाल महोदया ने जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी एवं मुख्य विकास अधिकारी मऊ को राजभवन की पुस्तक भेंट की । कुलसचिव ने सबके प्रति आभार व्यक्त किया। अंत में महामहिम ने दीक्षांत समारोह के समापन की घोषणा किया। कार्यक्रम में डीआईजी सुनील कुमार सिंह, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ0 अनिल कुमार, मुख्य विकास अधिकारी आजमगढ़ व मऊ, अपर जिलाधिकारी प्रशासन राहुल विश्वकर्मा, मुख्य राजस्व अधिकारी विनय कुमार गुप्ता, अपर जिलाधिकारी वि0/रा0 श्री गम्भीर सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक नगर श्री मुधबन कुमार सिंह, अपर पुलिस अधीक्षक ट्रैफिक, मुख्य चिकित्साधिकारी सहित संबंधित अधिकारी एवं विश्वविद्यालय तथा संबद्ध महाविद्यालयों के शिक्षक/शिक्षिकाएँ उपस्थित रहे।