
पैमाइश के दौरान का फोटो
आजमगढ़ । सगड़ी तहसील क्षेत्र के नसीरपुर फतेहपुर गांव के गाटा संख्या 733 की एसडीम की आदेश पर पैमाइश करने पहुंचे कानूनगो व लेखपाल ने अबदुलहई उर्फ गोगा निवासी जमुडी की जमीन गाटा संख्या 735 पर पैमाइश कर दिया, जब इस बात की जानकारी अबदुलहई उर्फ गोगा को हुई, तो उन्होंने सगड़ी तहसीलदार और एसडीएम से बात किया । लेकिन जब उन्हें संतुष्टि नहीं मिली, तब बुधवार को कमिश्नर के दरबार में पहुंचे और न्याय की गुहार लगाई । अबदुलहई उर्फ गोगा ने बताया कि जब पैमाइश होती है, तो विपक्षी को भी नोटिस और मौखिक रूप से सूचना दी जाती है, लेकिन धौरहरा गांव निवासी सूबेदार ने तहसील के कानूनगो व लेखपाल को मिलाकर चुपके से पैमाइश करा लिया । जबकि यह गलत है, अबदुलहई उर्फ गोगा ने बताया कि हमें किसी की जमीन नहीं चाहिए, सुबेदार की जमीन पर फील्ड बुक बनाकर एसडीएम ने जो आदेश किया है, उसी के अनुसार पैमाइश करा कर पत्थर नशब कर दिया जाए । हमें हमारे 735 गाटा संख्या की जमीन चाहिए, कहा कि और इसके पहले बाकायदा हमारी जमीन 735 गाटा संख्या की एसडीएम के आदेश पर फील्ड बुक बनाते हुए पैमाइश हुई, और हमारे जमीन में पत्थर गाड़ा गया था, लेकिन विपक्षी सूबेदार आदि ने पत्थर को उखाड़ दिया, इसके बाद पुलिस अधीक्षक के आदेश पर सूबेदार आदि पर मुकदमा पंजीकृत हुआ, और चार लोगों के खिलाफ न्यायालय में चार्जशीट भी दाखिल हो गई है । कहा की हमारी मांग है कि सगड़ी तहसील के बजाय दूसरे तहसील के लेखपाल कानूनगो की टीम बनाकर पैमाइश कर दिया जाए । ताकि दूध का दूध और पानी का पानी अलग हो सके । बता दें कि कुछ दिन पहले सगड़ी तहसील क्षेत्र के नसीरपुर फतेहपुर गांव के गाटा संख्या 735 की एसडीम के आदेश पर पैमाइश करने पहुंचे कानूनगो व लेखपाल के मन मुताबिक जब पैमाइश नहीं हुई हो रही थी, तब बीच में ही पैमाइश छोड़कर कानूनगो सत्येंद्र मिश्रा व लेखपाल रितेश तिवारी मौके से चले गए थे, इसके पहले नसीरपुर, फतेहपुर गांव की जमीन गाटा संख्या 735 का 12.9.20 को फील्ड बुक बनी, और 18. 10 .2024 को कानूनगो व लेखपाल ने पुलिस की मौजूदगी में पत्थर नशब का कार्य किया था, इसके बाद जमीन के मालिक अब्दुलही उर्फ गोगा निवासी जमुडी, तहसील सदर जनपद आजमगढ़ ने अपने 77 बिस्वा जमीन में पिलर का कार्य करते हुए जमीन पर काबिज हो गए हैं, इसके बाद दिसंबर के महीने में विपक्षी द्वारा जेसीबी से पिलर को उखाड़वा दिया, इसके बाद पीड़ित पक्ष ने पुलिस अधीक्षक से गुहार लगाई । इसके बाद विपक्ष के चार लोगों पर मुकदमा दर्ज हुआ था ।