
अतरौलिया आजमगढ़ ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान द्वारा संचालित ग्रामीण महिला सशक्तिकरण परियोजना के अन्तर्गत राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर ब्लॉक के 15 ग्राम पंचायतों की महिलाओं एवं किशोरियों के साथ विधिक जागरूकता एवं ब्लॉक स्तरीय सेवा प्रदाताओं के साथ संवाद का आयोजन ब्लॉक सभागार में किया गया । जिसके मुख्य अतिथि खण्ड विकास अधिकारी आलोक कुमार, 100 शैय्या संयुक्त जिला चिकित्सालय से डॉ. एस.के. ध्रुव, सीएचसी से डॉ. शिवाजी सिंह, सीडीपीओ सीता यादव, बीआरसी विनोद कुमार पांडेय, डीएलएसए से सी. एल. निगम, संदीप यादव, पुनीत यादव, विनय कुमार राव, एसआई जाफर अयूब, महिला पुलिस पिंकी पांडेय, अभिलाषा द्विवेदी उपस्थित रही। सर्वप्रथम संस्था सचिव राजदेव चतुर्वेदी द्वारा बताया गया कि हमारी संस्था ग्रामीण पुनर्निर्माण संस्थान – ग्रामीण महिला सशक्तिकरण परियोजना के अन्तर्गत अतरौलिया ब्लॉक के 10 ग्राम पंचायतों में हाशिए पर रहने वाली समुदायों की महिलाओं के साथ कार्य कर रही है। महिला पुलिस पिंकी पाण्डेय द्वारा राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर बल देते हुए बताया कि 1966 में पहली महिला प्रधानमंत्री ने शपथ लिया था तब से राष्ट्रीय बालिका दिवस मनाया जाता है, महिलाओं के साथ कोई घटना होती है तो उसके लिए सरकार द्वारा विभिन्न प्रकार की हेल्पलाइन नंबर जारी किए गए हैं जैसे – 1090, 181, 112, 1098 हैं। बीआरसी से विनोद कुमार पांडेय जी द्वारा शिक्षा के अधिकार पर चर्चा करते हुए बताया गया कि आप अपने बच्चे का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवाए जिसके तहत लॉटरी निकलने के बाद निजी विद्यालय में बच्चों का निःशुल्क दाखिला होता है, अगर बच्चे के एडमिशन करवाने में कोई भी समस्या आती है तो आप हमसे संपर्क कर सकते हैं। सीडीपीओ सीता यादव द्वारा पोषण पर चर्चा करते हुए बताया गया कि हमारे विभाग की जिम्मेदारी महिलाओं और बच्चों की है। जिसमें समय पर आप गर्भवती महिलाओं तथा बच्चों का पंजीकरण करवाए तथा बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र पर शालापूर्व शिक्षा के लिए भेजें। डॉ. शिवाजी सिंह द्वारा एनीमिया स्क्रीनिंग और वीएचएसएनडी पर चर्चा किया गया जिसमें बताया गया कि अपने ब्लॉक में कुल 14 आरोग्य मंदिर बने है जहां पर सीएचओ रखे गए है जो एनीमिया स्क्रीनिंग के साथ एन सी डी से जुड़े अन्य सेवाएं देते है। 100 शैय्या अस्पताल से डॉ. एस. के. ध्रुव कुपोषण तथा बालिका के स्वास्थ्य पर चर्चा किया गया । डीएलएसए से सी.एल . निगम द्वारा महिला उत्पीड़न तथा उसके लिए सरकार द्वारा कानूनी सहायता के बारे में बताया गया । बचाव पक्ष के वकील संदीप कुमार द्वारा सुझाव दिया गया कि किसी लड़के लड़की की शादी के पहले थैलीसीमिया और एचआईवी का टेस्ट जरूर करवाएं तब ही अपने बच्चे की शादी करें। इसके बाद घरेलू हिंसा अधिनियम, महिला हिंसा कानून पर चर्चा किया गया । खंड विकास अधिकारी आलोक कुमार द्वारा बताया गया कि आप लोगों को जीवन में आगे बढ़ने के लिए स्वयं के अंदर आत्मविश्वास का होना बहुत जरूरी है, हमारे पास जितनी भी शिकायतें आई है कोशिश करेंगे कि हम उसका जल्द से जल्द समाधान कर सकें। सरकार के द्वारा जो भी योजनाएं चलाई जा रही है उसके कुछ नियम है और इन नियमों में बदलाव होता रहता है, जो भी योजनाएं संचालित है उसकी एक पात्रता की शर्त है और उस पात्रता की शर्त के अंतर्गत आप आते है तो उसका लाभ आपको जरूर मिलेगा । कार्यक्रम में संस्था कार्यकर्ता दिनेश, ज्योति, सविता, सुधा, सौरभ आदि उपस्थित रहे।