
जौनपुर । खुटहन थाना क्षेत्र के उचैना गांव निवासी युवा अधिवक्ता का मनबढ़ पड़ोसियों की पिटाई से हुई मौत के मामले में शव घर रख आरोपियों की गिरफ्तारी तथा एस एस आई को तत्काल सस्पेंड किए जाने की मांग पर परिजन संग अड़े बार एसोसिएशन के पदाधिकारीगण मौत के दूसरे दिन भी शवदाह से इन्कार कर रहे थे, क्षेत्राधिकारी के आश्वासन तथा पुलिस अधीक्षक से फोन पर वार्ता कर दरोगा को सस्पेंड किए जाने की पुष्टि के बाद शव का सुतौली घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया, गौरतलब है कि उक्त गांव निवासी व दिवानी न्यायालय के अधिवक्ता मनोज सिंह को भूमि विवाद को लेकर बीते 23 दिसंबर को पड़ोसी सांवले सिंह, रितिक सिंह, अजय, नीरज, पंकज व युवराज सिंह के द्वारा जमकर पिटाई कर दी गई थी, आरोप है कि उन्हें जबरन जहरीला पदार्थ भी पिला दिया गया था, जिसका मृत्यु पूर्व एक बीडीओ भी एडवोकेट के द्वारा इंटरनेट मीडिया पर प्रसारित किया गया था। वाराणसी में उपचार के दौरान गुरुवार को मनोज सिंह की मौत हो गई, खबर लगते ही वकीलो में आक्रोश छा गया, मृतक के घर दिवानी बार एसोसिएशन के अध्यक्ष सुभाष चंद्र यादव, महामंत्री रणबहादुर यादव, संयुक्त मंत्री उस्मान अली, अधिवक्ता पद्माकर उपाध्याय, विनय कुमार सिंह, रमेश चंद्र उपाध्याय सहित दर्जनों एडवोकेट पहुंच गए, देर रात वाराणसी से घर पहुंचे शव को रख वे आरोपियों पर कार्रवाई पर अड़ शव दाह करने से मना करने लगे ।