
रमजान दिलों को पाकीज़गी, रूह को बुलंदी और किरदार को संवारने का सुनहरा मौका देता है- शिया धर्म गुरू
फूलपुर आजमगढ़ शिया धर्म गुरू मौलाना हुसैन हैदर वकार ने बताया कि रोजा इंसान को परहेज़गार बनाता है मुकद्दस रमज़ान रहमतों, बरकतों और मगफिरत का महीना है। रमजान दिलों को पाकीज़गी, रूह को बुलंदी और किरदार को संवारने का सुनहरा मौका देता है। यह महीना हमें सब्र, हमदर्दी और खुदा से करीब करता है। रमज़ान में नेकियों की तरफ लोग बढ़ें और अल्लाह की रज़ा हासिल करें। रमज़ान मुसलमानों के लिए एक पवित्र महीना है और यह इबादत, ध्यान और दान-पुण्य के कामों को बढ़ाने का समय होता जाता है। रमजान इस्लामी कैलेंडर का नौवां महीना है और इस्लाम के पांच स्तंभों में से एक है। रमजान के पवित्र महीने के दौरान, नरक के द्वार बंद हो जाते हैं और स्वर्ग के द्वार खुल जाते हैं। रोजा सभी मुसलमान पर पर फ़र्ज़ है। रोजा दूसरों की भूख प्यास को अहसास दिलाता है। फोटो