
आजमगढ़ को यूपी में आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाने में 5वीं रैंक मिला है, जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार ने बैठक के दौरान कहा कि नवीन तैनाती स्थल पर कार्यभार ग्रहण न करने वाली एएनएम को तत्काल निलम्बित किया जाए, आशाओं का भुगतान एवं गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण की प्रगति बढ़ायें, अन्त्योदय कार्ड धारकों का शत प्रतिशत गोल्डेन कार्ड बनाया जाए, इसके अलावा आशा एवं एएनएम के माध्यम से गर्भवती महिलाओं का पंजीकरण बढ़ाया जाए, साथ ही यू-विन पोर्टल पर एएनएम के माध्यम से टीकाकरण की फीडिंग की प्रगति बढ़ायी जाए, और एमआर-1 व एमआर-2 टीकाकरण के कवरेज की प्रगति 95 प्रतिशत से ऊपर बढ़ाएं
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आजमगढ़ । जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्वास्थ्य समिति के शासी निकाय की बैठक आयोजित की गई। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने आयुष्मान कार्ड, जननी सुरक्षा योजना, नियमित टीकाकरण, परिवार नियोजन, टीबी मरीजों का चिन्हांकन सहित समस्त कार्यक्रमों की समीक्षा की गई है। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि जहां पर एक से अधिक एएनएम तैनात हैं, वहां से उनको हटाते हुए रिक्त एएनएम सेन्टर पर तैनाती किया जाए। उन्होने कहा कि जो एएनएम नई तैनाती स्थल पर निर्धारित अवधि मे कार्यभार ग्रहण नही करती हैं, उनको तत्काल निलम्बित किया जाए। जननी सुरक्षा योजना की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि एक भी संस्थागत प्रसव न कराने वाली आशाओं को तत्काल प्रभाव से हटाया जाए, एवं उनके स्थान पर नई आशाओं को नियुक्त किया जाए। उन्होने कहा कि आशाओं का भुगतान शत प्रतिशत सुनिश्चित किया जाए।
वहीं बैठक के दौरान जिलाधिकारी महोदय को अवगत कराया गया कि आयुष्मान गोल्डन कार्ड बनाने में जनपद की प्रदेश में 5वीं रैंक है। जिस पर जिलाधिकारी ने संतुष्टि व्यक्त किया। उन्होने कहा कि अन्त्योदय कार्ड धारकों एवं बीओसीडब्ल्यू (श्रम विभाग मंे पंजीकृत श्रमिक) का शत प्रतिशत आयुष्मान गोल्डेन कार्ड बनाया जाए। उन्होने कहा कि प्राइवेट अस्पतालों को आवश्यतानुसार मल्टीपल आईडी वितरित करें तथा जितने भी आईडी दी जाए, उतने आयुष्मान मित्र भी तैनात होने चाहिए। उन्होने कहा कि जिन अस्पतालों द्वारा आयुष्मान कार्ड से शून्य ईलाज किया गया है, उनका इन्पैनल्ड निरस्त करें। उन्होने कहा कि आशा एवं एएनएम के माध्यम से आंगनवाड़ी कार्यकत्रियों से सम्पर्क करते हुए गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण की प्रगति को बढ़ाया जाए। जिलाधिकारी ने निर्देश दिया कि यू-विन पोर्टल पर एएनएम के माध्यम से टीकाकरण की फीडिंग की प्रगति बढ़ायी जाए। जिलाधिकारी ने एचएमआईएस पोर्टल पर बच्चों के पंजीकरण की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि 7 ग्राम से कम हीमोग्लोबिन वाले बच्चों का चिन्हांकन करते हुए उनका उपचार करें एवं उनमें आयरन की गोली का वितरण करें। उन्होने कहा कि जहां पर एनीमिक बच्चों के पंजीकरण की प्रगति कम है, वहां पर विशेष रूप से चिन्हीकरण कराते हुए पंजीकरण की प्रगति बढ़ायें। उन्होने कहा कि अधिक से अधिक गर्भवती महिलाओं के पंजीकरण का डाटा एचएमआईएस पोर्टल पर फीड कर रैंकिंग में सुधार लायें। जिलाधिकारी ने समस्त एमओआईसी को निर्देश दिया कि एमआर एन्मूलन कार्यक्रम के अन्तर्गत एमआर-1 एवं एमआर-2 टीकाकरण के कवरेज की प्रगति 95 प्रतिशत से ऊपर बढ़ायें। परिवार नियोजन की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि ब्लाकवार कैम्प लगाकर लोगों को जागरूक करें। उन्होने कहा कि कैम्प लगाकर टीबी मरीजों का चिन्हांकन किया जाए तथा टीबी मरीजों की काउन्सिलिंग कराते हुए नियमानुसार पोषण पोटली भी वितरित करें।
इसके साथ ही जिलाधिकारी ने विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान (05 अक्टूबर से 31 अक्टूबर 2025) एवं दस्तक अभियान (11 अक्टूबर 2025) की समीक्षा करते हुए निर्देश दिया कि जिन-जिन ग्रामों में डेंगू के केस ज्यादा आये हैं, वहां पर विशेष रूप से फॉगिंग, एण्टी लार्वा का छिड़काव एवं झाड़ियों की कटाई एवं साफ-सफाई करायी जाए। उन्होने कहा कि कहीं भी जल जमाव न हो तथा तालाबों की सफाई करायें। उन्होने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी आपस में समन्वय स्थापित कर कार्य करंे। उन्होने कहा कि संचारी रोगों एवं डेंगु से बचाव हेतु आशा एवं एएनएम को एक्टिवेट करें, वे ग्राम-ग्राम जाकर लोगों का चिन्हांकन करें। बैठक में मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ0 एनआर वर्मा, जिला विकास अधिकारी श्री संजय कुमार सिंह, अपर चिकित्साधिकारी डॉ0 ए0 अजीज, एसीएमओ डॉ0 उमाशरण पाण्डेय, एसआईसी मण्डलीय जिला चिकित्सालय, सीएमएस जिला महिला अस्पताल, समस्त एमओआईसी एवं डब्ल्यूएचओ/यूनिसेफ के प्रतिनिधि तथा अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।