
माहुल (आजमगढ़) पवई थाना क्षेत्र के ओरिल गांव निवासी और सिधारी थाना क्षेत्र के बेलईसा में दो दिन पहले हुई सड़क दुर्घटना में मृत छात्र राजेश्वर पांडेय उर्फ गोलू का शव शुक्रवार देर शाम पोस्टमार्टम के बाद घर पहुंचा।शव के पहुंचते ही गांव में कोहराम मच गया।घर गांव के साथ ही आसपास के गावों के काफी लोग इकट्ठा हो गए। राजेश्वर पांडेय उर्फ गोलू प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी के साथ ही (25)हरिहर महाविद्यालय फरिहा से एलएलबी की पढ़ाई कर रहा था।उसने तीन बार पीसीएस की मुख्य परीक्षा उत्तीर्ण कर साक्षात्कार में छट गया था।बुधवार रात करीब 10,बजे के बाद वह अपने भांजे पवन मिश्र के साथ स्कूटी से अपनी बड़ी बहन के घर जा रहा था।जैसे ही वह बेलइसा ओवर ब्रिज के पास पहुंचा सामने से आ रही कार से टक्कर हो गई जिसमें राजेश्वर की मौत हो गई और भांजा पवन घायल हो गया। शुक्रवार शाम पोस्टमार्टम के बाद इनका पार्थिव शरीर घर पहुंचा।जिसे देखते ही इनके पिता गिरीश पांडेय और मां निर्मला दहाड़े मार कर रोते रोते बेसुध हो गई परिवार वालो के करुण क्रंदन से लोगों की आंखे नम हो गई यही।गांव के लोग एक होनहार बेटे को खोने के ग़म में गमगीन हो गए।राजेश्वर पांडेय की आठ बहने है और उनका बड़ा भाई सत्यविजय खेती बाड़ी करते है।
भाग्य ने साथ नहीं दिया नहीं तो हो गया होता पीसीएस,
यूपी पीसीएस की परीक्षा में तीन बार साक्षात्कार तक पहुंचने वाले राजेश्वर पांडेय का भाग्य ने साथ नहीं दिया नहीं तो कब का वह अधिकारी हो गया होता।सूचना पर पहुंचे पुलिस अधीक्षक लोक शिकायत पुलिस मुख्यालय लखनऊ शशिकांत तिवारी जो कि मृतक के जीजा है उन्होंने बताया कि राजेश्वर पांडेय काफी होनहार था नहीं तो वह दो बर्ष पहले अधिकारी हो गया होता।उसे क्या पता कि उसकी भाग्य में मौत है।