आजमगढ़ । दीदारगंज थाना क्षेत्र का एक आदमी फर्जी सीआईडी इंस्पेक्टर बनकर पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर रुपया लेता था, इस मामले में दीदारगंज पुलिस ने तेजू सेठ के ऊपर मुकदमा दर्ज किया है, वही दीदारगंज थाने पर शुक्रवार को अचानक पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन पहुंचे, और पासपोर्ट संबंधित फाइलों की जांच की, और क्षेत्र के कई लोगों का बयान भी दर्ज किया, एसपी ग्रामीण के मुताबिक थाने के स्टाफ की भी जांच की जा रही है, अगर इस प्रकरण में कोई लिफ्त पाया गया तो उस पर भी कार्रवाई की जाएगी । बता दें कि शुक्रवार को दीदारगंज थाना परिसर में अफरा तफरी तब मची जब अचानक साइलेंट मुद्रा में ग्रामीण एसपी की गाड़ी थाने में रुकी, जहां ग्रामीण एसपी चिराग जैन ने दर्जनों ग्रामीणों को थाने में बुला कर पूछताछ की, व सर्किल प्रभारी अनिल वर्मा के साथ कई पहलुओं पर जांच की। जहां थानाध्यक्ष अखिलेश कुमार के साथ साथ प्रकरण में जिम्मेदार कुछ अन्य पुलिस कर्मियों की हालत खराब नजर आई, हालांकि घटना व जांच की सुगबुगाघाट होते ही स्थानीय पत्रकार तब तक थाने पहुंच चुके थे, वहीं ग्रामीण एसपी चिराग जैन ने कहा पासपोर्ट धारकों की लिखित शिकायत पर हमारे द्वारा प्रकरण की जांच की जा रही है, जिसमें पलथी निवाशी तेजू सेठ पुत्र रामाजोर द्वारा सीआईडी इंस्पेक्टर बन कर लोगो से पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर पैसा मांगा जा रहा था, जिसपर स्थानीय थाने में मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है । अभी जांच चल रही है, जिसमें कुछ और लोगों के शामिल होने की आशंका है, जो क्षेत्र के कुछ लोगों के साथ मिलकर पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर धन उगाही करता है । अब ध्यान देने योग्य बात यह है दीदारगंज थानाध्यक्ष इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार के नाक के नीचे पासपोर्ट सत्यापन के नाम पर बड़ी धन उगाही का खेल चल रहा है, उन्हें भनक तक नहीं है । सोचने योग्य बात यह है की जिन तेजू सोनार को स्थानीय पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया, वह मूल निवासी शाहगंज जनपद जौनपुर का है, जो दीदारगंज थाना क्षेत्र के पलथी बाजार में बर्तन बेचता है, अब सवाल उठता है की क्या बिना किसी अधिकारी कर्मचारी के सह पर एक बर्तन बेचने वाला तेजू खुद को सीआईडी इंस्पेक्टर बनकर इतना बड़ा धन उगाही का खेल कैसे कर सकता है।